Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best सिरे Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best सिरे Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutसिरे की, सिरे मंदिर जालोर, सिरे मंदिर, सिरे,

  • 6 Followers
  • 117 Stories

Mayaank Modi

ये जो पत्ते के सिरे पर टिकी है ।
ओस की आखिरी बूँद ।
मैं सोचता हूँ की इसे, 
कब तक सम्भाल पाएगा पत्ता ।
इनदोनों के बीच तो कोई,
करार भी नहीं हुआ होगा ।
कि उम्र भर साथ निभाना है ।।
पर कितना खुबसूरत है न,
कुछ पलों का साथ इनका ।।
कभी - कभी सूरज की रौशनी पड़ने से,
बुँद चमक उठती है ।।
बस इतनी सी,
इतनी - सी ही बात है ।
पर सोचना तो पड़ता है,
कि कब तक सम्भाल पाएगा पत्ता ।।
कब तक ?? #ओस #पत्ता #सिरे #yqbaba #yqhindi #yqshayari #yqkavita

Bambhu Kumar (बम्भू)

मैं बहुत कुछ सोचता रहता हूँ पर कहता नहीं बोलना भी है मना सच बोलना तो दरकिनार #jindgi #dushyantkumar #hindikavita

read more
रोज़ अखबारों में पढ़कर यह ख़्याल आया हमें
इस तरफ़ आती तो हम भी देखते फ़स्ले-बहार

मैं बहुत कुछ सोचता रहता हूँ पर कहता नहीं
बोलना भी है मना सच बोलना तो दरकिनार

इस सिरे से उस सिरे तक सब शरीके-जुर्म हैं
आदमी या तो ज़मानत पर रिहा है या फ़रार





-दुष्यंत कुमार मैं बहुत कुछ सोचता रहता हूँ पर कहता नहीं
बोलना भी है मना सच बोलना तो दरकिनार 

#Jindgi #DushyantKumar #HindiKavita

hgdshots

#नोजोटोहिंदी#व्याकुल#मन#अधूरापन#साँस#आस#इश्क़#गीत #मनमीत#उलझन #कभी लाइफ में सब उलझा हुआ और अधूरा सा लगता है,किस सिरे से समेटों इन बिख़र गये क़िस्सों को ये अक़्सर दिमाग समझ नहीं पाता और बस उधेड़बुन में कई ताने बाने बुनता रहता है बस इक छोटे से सिरे की तलाश में ।।

read more
हाँ हाँ सब सब उलझा ही हुआ है
मुझ मैं तू,तुझ में मैं,
ख़ुशियों में ग़म
ग़मों में खुशियां 
दिल में तू ,लकीरों में नहीं
पास है पर पास नहीं
आस है साँस नहीं
इश्क़ है पर इज़हार नहीं
मंजिल है हमसफ़र नहीं
जो ख़ास है वो पास नहीं
जो पास है वो ख़ास नहीं
दिल बैचैन है,मन व्याकुल
सब है पास पर फिर भी अधूरापन 
कैसी है ये उलझन
समझे न मन ।। #नोजोटोहिंदी#व्याकुल#मन#अधूरापन#साँस#आस#इश्क़#गीत #मनमीत#उलझन
#कभी लाइफ में सब उलझा हुआ और अधूरा सा लगता है,किस सिरे से समेटों इन बिख़र गये क़िस्सों को ये अक़्सर दिमाग समझ नहीं पाता और बस उधेड़बुन में कई ताने बाने बुनता रहता है बस इक छोटे से सिरे की तलाश में ।।

Anil Siwach

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 9 || श्री हरि: || 12 - अर्थार्थी 'बेशर्म कहीं का' सरदार की आखें गुस्से से लाल हो गयी। फड़कते ओठों से उन्होंने डांटा। 'पासमें तो महज एक बूढा ऊँट है ओर हिम्मत इतनी।' 'कसूर माफ हो।' अरब अपमान सह नहीं सकता। अगर उसे रोशन का खयाल न होता तो तेग बाहर चमकती होती। लेकिन वह समझ नहीं सका था कि उसने गलती क्या की है। आखीर वह काना-कुबड़ा नही है। बदशकल भी नहीं है ओर कमजोर भी नही है। अरब न तो रोजगार करता और न खेती। किसी नखलिस्तान की चढ़ाई में वह भी दुशमन से आधे दर्जन ऊँट

read more
|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 9

|| श्री हरि: ||
12 - अर्थार्थी

'बेशर्म कहीं का' सरदार की आखें गुस्से से लाल हो गयी। फड़कते ओठों से उन्होंने डांटा। 'पासमें तो महज एक बूढा ऊँट है ओर हिम्मत इतनी।' 

'कसूर माफ हो।' अरब अपमान सह नहीं सकता। अगर उसे रोशन का खयाल न होता तो तेग बाहर चमकती होती। लेकिन वह समझ नहीं सका था कि उसने गलती क्या की है। आखीर वह काना-कुबड़ा नही है। बदशकल भी नहीं है ओर कमजोर भी नही है। अरब न तो रोजगार करता और न खेती। किसी नखलिस्तान की चढ़ाई में वह भी दुशमन से आधे दर्जन ऊँट

Khwahishein

मन का एक कोना.... मन के भीतर एक कोना है.... मैं जाती हूँ, जब रोना है। एक सिरे पर रखी है मैंने, मेरे बचपन की यादें उजली, कुछ सीपे, कुछ टूटे खिलौने, इक गुड़िया है और एक तितली, कुछ बीज भी रखें हैं ऐसे,

read more
 मन का एक कोना.... 
मन के भीतर एक कोना है.... 
मैं जाती हूँ, जब रोना है। 
एक सिरे पर रखी है मैंने,
मेरे बचपन की यादें उजली, 
कुछ सीपे, कुछ टूटे खिलौने,
इक गुड़िया है और एक तितली, 
कुछ बीज भी रखें हैं ऐसे,

Anil Siwach

|| श्री हरि: || 28 - स्पर्धा कन्हाई अतिशय सुकुमार है और सखाओं में सबसे अनेक विषयों में तो तोक से भी दुर्बल है, किन्तु हठी इतना है कि जो धुन चढेगी पूरा किये किये बिना मानेगा। सब खेलों में आगे कूदेगा भले वह इसके लिए बहुत कठिन हो। अब आज दाऊ ने लम्बी छलाँग का प्रस्ताव किया तो सबसे पहिले पटुका, वनमाला उतार कर दूर रखकर प्रस्तुत हो गया! अलकें तो इसकी सुबल ने समेट कर पीछे बॉंधी। 'कृष्ण! तू रहने दे!' भद्र ने कहा - 'तू यहां एक ओर बैठकर देख कि कौन कहाँ तक कूदता है। हममें-से किसी को निर्णय करने वाला भी

read more
|| श्री हरि: || 
28 - स्पर्धा

कन्हाई अतिशय सुकुमार है और सखाओं में सबसे अनेक विषयों में तो तोक से भी दुर्बल है, किन्तु हठी इतना है कि जो धुन चढेगी पूरा किये किये बिना मानेगा। सब खेलों में आगे कूदेगा भले वह इसके लिए बहुत कठिन हो।

अब आज दाऊ ने लम्बी छलाँग का प्रस्ताव किया तो सबसे पहिले पटुका, वनमाला उतार कर दूर रखकर प्रस्तुत हो गया! अलकें तो इसकी सुबल ने समेट कर पीछे बॉंधी।

'कृष्ण! तू रहने दे!' भद्र ने कहा - 'तू यहां एक ओर बैठकर देख कि कौन कहाँ तक कूदता है। हममें-से किसी को निर्णय करने वाला भी

Anil Siwach

|| श्री हरि: || 12 - अर्थार्थी 'बेशर्म कहीं का' सरदार की आखें गुस्से से लाल हो गयी। फड़कते ओठों से उन्होंने डांटा। 'पासमें तो महज एक बूढा ऊँट है ओर हिम्मत इतनी।' 'कसूर माफ हो।' अरब अपमान सह नहीं सकता। अगर उसे रोशन का खयाल न होता तो तेग बाहर चमकती होती। लेकिन वह समझ नहीं सका था कि उसने गलती क्या की है। आखीर वह काना-कुबड़ा नही है। बदशकल भी नहीं है ओर कमजोर भी नही है। अरब न तो रोजगार करता और न खेती। किसी नखलिस्तान की चढ़ाई में वह भी दुशमन से आधे दर्जन ऊँट और बडा-सा तम्बू छीन सकता है। सरदार के ऊँट

read more
|| श्री हरि: ||
12 - अर्थार्थी

'बेशर्म कहीं का' सरदार की आखें गुस्से से लाल हो गयी। फड़कते ओठों से उन्होंने डांटा। 'पासमें तो महज एक बूढा ऊँट है ओर हिम्मत इतनी।' 

'कसूर माफ हो।' अरब अपमान सह नहीं सकता। अगर उसे रोशन का खयाल न होता तो तेग बाहर चमकती होती। लेकिन वह समझ नहीं सका था कि उसने गलती क्या की है। आखीर वह काना-कुबड़ा नही है। बदशकल भी नहीं है ओर कमजोर भी नही है। अरब न तो रोजगार करता और न खेती। किसी नखलिस्तान की चढ़ाई में वह भी दुशमन से आधे दर्जन ऊँट और बडा-सा तम्बू छीन सकता है। सरदार के ऊँट

Anil Siwach

7 - अध्ययन || श्री हरि: ||

read more
 7 - अध्ययन 
 || श्री हरि: ||


About Nojoto   |   Team Nojoto   |   Contact Us
Creator Monetization   |   Creator Academy   |  Get Famous & Awards   |   Leaderboard
Terms & Conditions  |  Privacy Policy   |  Purchase & Payment Policy   |  Guidelines   |  DMCA Policy   |  Directory   |  Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited

Follow us on social media:

For Best Experience, Download Nojoto

Home
Explore
Events
Notification
Profile