Find the Best मन्द Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutइन्साफ का मन्दिर है ये, मन्दिर की दिशा, मन्दिर की डिजाइन, मन्दाकिनी नदी का उद्गम स्थल, मन्दिर का अर्थ,
Abhay Tripathi
Can you just talk , वो मन्द मन्द मुस्करा के,कायल कर गयी। साधू जैसे बन्दे को घायल कर गयी। बन्दा बदनाम हुआ बस तेरे खातिर छोरी। क्योंकि तेरे प्यार की ख़ंजर दिल मे उतर गयीं। ### my feeling says##|
### my feeling says##|
read moreumar SHAIKH
कामियाबी को जितना नहीं सराहते हैं सभी नाकामी पर उतना कसूरवार ठहराते हैं सभी गिरे हुए को नहीं देता सहारा कोई उठ जाएं तो, मिल कर गिराते हैं सभी डरे हुए के लिए नहीं बनता, हिम्मत आफज़ा कोई हिम्मत कोई करले, अंजाम से डराते हैं सभी कोई मज़ाहेमत करें तो मुंह फट लगे चुप रहे तो, दिल खोल कर सुनाते हैं सभी जज़्बा-ए-इमदाद से खाली जिन के दिल, वोह बातो से नहीं इन सा मददगार, एसी हमदर्दी दिखाते हैं सभी साहब-ए-गरज़ को नहीं मिलती, मदद इतनी सी मदद के अंबार, उमरा के दर लगाते हैं सभी पेश-ए-नज़र तारीफ के सिवा, कुछ ना सुनने मिले जू ही मूडो, तोहमत कई लगाते हैं सभी खुश रहना हैं दुनिया में, करना अपने दिल की ' उमर ' सवारी पर ज़ालिम, पैदल चलो तो, पागल चिड़ाते हैं सभी #सभी हिम्मत अफज़ा - हिम्मत बड़ाहने वाला मज़ाहेमत - रोक टोक साहब ए गरज़ - ज़रूरत मन्द अंबार - ढेर उमरा - दौलत मन्द पेश ए नज़र - सामने
#सभी हिम्मत अफज़ा - हिम्मत बड़ाहने वाला मज़ाहेमत - रोक टोक साहब ए गरज़ - ज़रूरत मन्द अंबार - ढेर उमरा - दौलत मन्द पेश ए नज़र - सामने
read moreAnkit Soni
ख्याल। उसका रोज़-रोज़ दलीचे से चुप-छुपकर,मुझको निहारना। बिना बताए मेरा नंबर किसी ओर के फ़ोन से चुराना। बाजार में बिन बतलाये मेरे पास से गुजर जाना , और घर जाकर मझे msgs करना कि यार काला शर्ट तुझ पर बहुत जमता ह, ये कह कह कर मुस्कुराना ,और मेरी हजारों तारीफें करना। अगले दिन से मुझे फिरसे परेशान करना , और रोज घण्टो बातें करना। अपने पूरे दिन की दिनचर्या मुझको बताना,औऱ मेरे साथ साथ नन्हे बच्चों को खिलाना। घण्टो फ़ोन पर मुझसे बातें करना , और अंत मे झूठे बहाने बनाकर फ़ोन कट करके भाग जाना। तुम बहुत अच्छे हो,तुमसा कोई नही ये बोल बोल कर मन्द मन्द मुस्कुराना। और ऐसे ही कुछ साल बीत जाना , अंत मे अचानक तेरा कॉल आना । धीरे धीरे रोते हुए मझे बताना , की यार मेरी सगाई वाले आरहे ह । कई घण्टों रोना फिर फ़ोन कट करके मझको हमेशा के लिए छोड़ कर चले जाना । शादी में अपने पति को छोड़कर मुझे आंखे दिखाना , फेरे लेते वक्त तिरछी नज़रों से मुझे निहारना और मेरे दिल के टुकड़े टुकड़े कर देना। क्या यही प्यार है?
Swåßhímåñ Sîñgh
स्नेहकिरण भर मन्द मन्द अप्सरा की भाँति आती हो मेरे उर के आलिन्द निलय छवि से अपनी महकाती हो प्रेयसी यादों को छोङ यहाँ क्यों व्योम में तुम उङ जाती हो मेरे उर को तुम चीर चीर रूधिर से प्यास बुझाती हो ! #स्नेहकिरण
chaitan jain
वो आपका मुझ से पूछना... काम पूरा किया...? और मेरा आपसे नजरें चुराकर मन्द-मन्द मुस्कुरा देना। बयाँ करता हैं । की, गलती की है मैंने... sana mam
sana mam
read moreMiissRinku
The story is, मईया तेरो नन्हो कान्हा मोहे बहुत परेशान करे! गगरी मोरी फोरत है जब भी जाऊ मैं नीर भरे! और जब भी नहाऊँ यमुना मे मोरी चोली भी ये छुपावत है! फिर बैठ कदम्ब की डाली पे बंसी वहीं बजावत है! कान्हा बोले मईया ये गोपी तोहे झूठ झूठ फुसलाये है! फिर मईया बोली हट पगली....मेरो कान्हा नटखट भोला है काहे तोहे समझ ना आये है! ये सब बाते सुनकर कान्हा मईया के पीछे छुप जाए है! फिर देख-देख के गोपियों को मन्द-मन्द मुमुस्काए है! #story #miissrinku Quotes #krishanjanmastmi Darpana Singh Babita Kumari Monika Ritika Shaw Puspa Kri
#story #Miissrinku Quotes #krishanjanmastmi Darpana Singh Babita Kumari Monika Ritika Shaw Puspa Kri
read moreAnil Siwach
|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 12 ।।श्री हरिः।। 11 - महत्संग की साधना 'मेरी साधना विफल हुई।' गुर्जर राजकुमार ने एक लम्बी श्वास ली। वे अपने विश्राम-कक्ष में एक चन्दन की चौकी पर धवल डाले विराजमान थे। ग्रन्थ-पाठ समाप्त हो गया था और जप भी पूर्ण कर लिया था उन्होंने। ध्यान की चेष्टा व्यर्थ रही और वे पूजा के स्थान से उठ आये। राजकुमार ने स्वर्णाभरण तो बहुत दिन हुए छोड़ रखे हैं। शयनगृह से हस्ति-दन्त के पलंग एवं कोमल आस्तरण भी दूर हो चुके हैं। उनकी भ्रमरकृष्ण घुंघराली अलकें सुगन्धित तेल का सिञ्च
read moreAnil Siwach
|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 12 ।।श्री हरिः।। 10 – अनुगमन 'ठहरो!' जैसे किसी ने बलात् पीछे से खींच लिया हो। सचमुच दो पग पीछे हट गया अपने आप। मुख फेरकर पीछे देखना चाहा उसने इस प्रकार पुकारने वाले को, जिसकी वाणी में उसके समान कृतनिश्चयी को भी पीछे खींच लेने की शक्ति थी। थोड़ी दूर शिखर की ओर उस टेढ़े-मेढ़े घुमावदार पथ से चढ़कर आते उसने एक पुरुष को देख लिया। मुण्डित मस्तक पर तनिक-तनिक उग गये पके बालों ने चूना पोत दिया था। यही दशा नासिका और उसके समीप के कपाल के कुछ भागों कों छोड़कर शेष मु
read more@alfaaz_a_sargam_2000
#2YearsOfNojoto 🙏🌺शुप्रभात नमन शाम-ए-अवध🌺🙏 🌹💐सादर समीक्षार्थ 💐🌹 @SARGAM बहना की राखी होगी भैया की होगी कलाई सावन के महीने में ये शुभ घड़ी है आई मोहे मन सावन का महीना चले मन्द मन्द पुरवाई राखी है वो धागा नही यह रक्षा शूत्र कहलाई राखी बाँध रही बहना है भाई की कलाई बहना की राखी होगी भैया की होगी कलाई सावन के महीने में ये शुभ घड़ी है आई बाँधे राखी जब बहना भाई ने वचन दे डाला बहना ने खुशी से झूम आशीर्वाद दे डाला बहना का आशीर्वाद हो रक्षा भाई की जिम्मेवारी बहना की राखी होगी भैया की होगी कलाई सावन के महीने में ये शुभ घड़ी है आई बहना ने सर हाँथ रखा झट मस्तक तिलक लगाया भाई ने भी बहना के रख पाँव पे मस्तक तुरंत पखारा खिलाया मिठाई बहना ने भइया ने मिठाई खाया भाई ने भी बहना को अपने हाँथों से मिठाई खिलाया बहना की राखी होगी भैया की होगी कलाई सावन के महीने में ये शुभ घड़ी है आई .......@SARGAM_SUBHASH_CHANDRA_BAGHEL Madhu Kaur Haimi Kumari Kaushal Kumar Monika Anil Kumar Mishra 🙏🌺शुप्रभात नमन शाम-ए-अवध🌺🙏 🌹💐सादर समीक्षार्थ 💐🌹 @SARGAM बहना की राखी होगी भैया की होगी कलाई सावन के महीने में ये शुभ घड़ी है आई मोहे मन सावन का महीना चले मन्द मन्द पुरवाई राखी है वो धागा नही यह रक्षा शूत्र कहलाई
Madhu Kaur Haimi Kumari Kaushal Kumar Monika Anil Kumar Mishra 🙏🌺शुप्रभात नमन शाम-ए-अवध🌺🙏 🌹💐सादर समीक्षार्थ 💐🌹 @SARGAM बहना की राखी होगी भैया की होगी कलाई सावन के महीने में ये शुभ घड़ी है आई मोहे मन सावन का महीना चले मन्द मन्द पुरवाई राखी है वो धागा नही यह रक्षा शूत्र कहलाई
read moreAnil Siwach
|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 12 ।।श्री हरिः।। 8 - असुर उपासक 'वत्स, आज हम अपने एक अद्भुत भक्त का साक्षात्कार करेंगे।' श्रीविदेह-नन्दिनी का जबसे किसी कौणप ने अपहरण किया, प्रभु प्रायः विक्षिप्त-सी अवस्था का नाट्य करते रहे हैं। उनके कमलदलायत लोचनों से मुक्ता की झड़ी विराम करना जानती ही नहीं थी। आज कई दिनों पर - ऐसे कई दिनों पर जो सौमित्र के लिए कल्प से भी बड़े प्रतीत हुए थे, प्रभु प्रकृतस्थ होकर बोल रहे थे - 'सावधान, तुम बहुत शीघ्र उत्तेजित हो उठते हो! कहीं कोई अनर्थ न कर बैठना! शान्त रह
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