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Shubhendra Jaiswal
रुग्णता! प्रतिरोधक क्षमता के ह्रास से उपजी स्वनिर्मित अवस्था है.. प्रतिरोध के अणुओं को शिथिल करने की कला में पारंगत विषाणु विरोध की मौलिक व्यवस्था में भेद उत्पन्न कर, पारस्परिक संरचनात्मक गठन को प्रभावित करने की वैशिष्ट्यता का दक्षता से प्रयोग, विरोधी गुणधर्म को विखण्डन प्रक्रिया में ढकेल देती है.. तदन्तर.. साम-दाम और दण्डानुरागी, चैत्यनता के बोध से प्राप्त उदण्डात्मक फल निर्विरोध हो जाता है| फलत: रूग्णता की व्यापकता विरोध -प्रतिरोध को आत्मसात कर निर्वीर्य कर देती है| ©Shubhendra Jaiswal #शुभाक्षरी #विरोध #प्रतिरोध #भेद #गुणधर्म
Prateek Chouhan
केवल स्वप्नों के अवशेष शेष हैं क्यों न आँखों को मरुभूमि कह दूँ सपनों का गुणधर्म है केवल कतरा बन अँखियों से बहना ...prateek singh chouhan
सपनों का गुणधर्म है केवल कतरा बन अँखियों से बहना ...prateek singh chouhan
read moreआयुष पंचोली
Valentine quotes in hindi सुकून हैं कहीं , तो कहीं बेकरारी हैं इश्क। मर्ज़ हैं कहीं लाईलाज, तो कहीं औषधी चमत्कारी हैं इश्क। आयुष पंचोली ©ayush_tanharaahi #NojotoQuote सुकून हैं कहीं , तो कहीं बेकरारी हैं इश्क। मर्ज़ हैं कहीं लाईलाज, तो कहीं औषधी चमत्कारी हैं इश्क। आयुष पंचोली ©ayush_tanharaahi
सुकून हैं कहीं , तो कहीं बेकरारी हैं इश्क। मर्ज़ हैं कहीं लाईलाज, तो कहीं औषधी चमत्कारी हैं इश्क। आयुष पंचोली ©ayush_tanharaahi #kuchaisehi #ayushpancholi #hindimerijaan
read moreचाँदनी
Read in caption ©chandni अर्ज किया है.... तेरे नाम एक नज्म लिख रही हूँ,मैं अपनी सारी रातें और सारा सबेरा तेरे नाम लिख रहीं हू, कुछ याद नहीं अब तेरे मिलने के बाद...
अर्ज किया है.... तेरे नाम एक नज्म लिख रही हूँ,मैं अपनी सारी रातें और सारा सबेरा तेरे नाम लिख रहीं हू, कुछ याद नहीं अब तेरे मिलने के बाद... #Poetry
read moreAJAY VERMA
तुम अगर नहीं आयीं गीत गा ना पाऊंगा, सांस साथ छोड़ेगी, सुर सजा न पाऊंगा तान भगवान की है, शब्द-शब्द दर्पण है, बांसुरी चली आओ, होंठ का निमन्त्रण है तुम बिना हथेली की हर लकीर प्यासी है, तीर पार कान्हा से, दूर राधिका सी है रात की उदासी में, याद संग खेला है, कुछ गलत ना कर बैठे, मन बहुत अकेला है औषधी चली आओ, चोट का निमंत्रण है, बांसुरी चली आओ होठ का निमंत्रण है तुम अलग हुयीं मुझसे सांस की खताओं से, भूख की दलीलों से, वक़्त की सजाओं से दूरियों को मालूम है दर्द कैसे सहना है, दूरियां समझती हैं दर्द कैसे सहना है, आंख लाख चाहे पर, होठ से ना कहना है कंचनी कसौटी को खोंट का निमंत्रण है, तुम अगर नहीं आयीं गीत गा ना पाऊंगा, सांस साथ छोड़ेगी, सुर सजा न पाऊंगा तान भगवान की है, शब्द-शब्द दर्पण है, बांसुरी चली आओ, होंठ का निमन्त
तुम अगर नहीं आयीं गीत गा ना पाऊंगा, सांस साथ छोड़ेगी, सुर सजा न पाऊंगा तान भगवान की है, शब्द-शब्द दर्पण है, बांसुरी चली आओ, होंठ का निमन्त
read moreअज्ञात
नारी तेरी करुण कहानी.. भर आवे अंखियन में पानी.. कोउ नहि महि तुम्ह सम बलिदानी.. तुम करुणा का हो भंडार.. धन्य धन्य भारत नार... कहीं पिता की आन बचाये.. कहीं पति घर बार सजाये.. ममता का सागर छलकाये.. सब पर तेरा प्यार दुलार.. धन्य धन्य भारत की नार.. सबकी खुशियों का धर ध्यान.. संस्कृति के गुणधर्म निभान.. संयम शील के चरित महान.. बांधे बंधन नार अपार.. धन्य धन्य भारत की नार.. मर्यादा से पाँव बधें हैं.. तनिक भूल भई रार मचे हैं.. तानों के अम्बार लगे हैं.. राहों पर तेरी अंगार.. धन्य धन्य भारत की नार.. कितना करती सब कुछ सहती कंठ भरे पर कुछ ना कहती पावन गंगधार सी बहती नैनों से असुवन जलधार.. धन्य धन्य भारत की नार.. नीलकंठ सा जीवन लीन्हा विष धर कंठ सुधा तज दीन्हा पीर नार की कोउ ना चीन्हा तुम्हें नमन है बारम्बार.. धन्य धन्य भारत की नार.. ©Rakesh Kumar Soni #नारी नारी तेरी करुण कहानी.. भर आवे अंखियन में पानी.. कोउ नहि महि तुम्ह सम बलिदानी.. तुम करुणा का हो भंडार.. धन्य धन्य भारत नार... कह
अल्पु
एक स्त्री की अस्मिता आगे पढ़ें नीचे जब भगवान ने बनाई स्त्री। जब भगवान स्त्री की रचना कर रहे थे तब उन्हें काफी समय लग गया। छठा दिन था और स्त्री की रचना अभी अधूरी थी। इसलिए देव
जब भगवान ने बनाई स्त्री। जब भगवान स्त्री की रचना कर रहे थे तब उन्हें काफी समय लग गया। छठा दिन था और स्त्री की रचना अभी अधूरी थी। इसलिए देव #नारी #yqdidi #अस्तित्व #Nopowrimo #writinggyan #लेखनीअल्पुकी
read moreRatan Singh Champawat
सत्य के साथ प्रयोग ✍️✍️✍️✍️✍️ शेष अनु शीर्षक में पढ़े ♦️♦️अनुभूति के आंगन से♦️♦️ 💓 कुछ स्पंदन 💓 जागा था भाव एक दिन मुझ में भी कि जीवन ऊर्जा का उपयोग करूं और मैं भी सत्य के साथ कुछ प्रयोग
♦️♦️अनुभूति के आंगन से♦️♦️ 💓 कुछ स्पंदन 💓 जागा था भाव एक दिन मुझ में भी कि जीवन ऊर्जा का उपयोग करूं और मैं भी सत्य के साथ कुछ प्रयोग #hindikavita #dilkideharise
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