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Mukesh Poonia
जो व्यक्ति सीधी और साफ बात करता हैं उनकी वाणी तीव्र और कठोर हो सकती हैं... लेकिन वो किसी को धोखा नहीं देता...!! . ©Mukesh Poonia #Missing जो #व्यक्ति #सीधी और #साफ बात करता हैं उनकी #वाणी #तीव्र और कठोर हो सकती हैं.. लेकिन वो किसी को #धोखा नहीं देता...!!
kavi manish mann
सम्मान कर सम्मान कर -2 हे!अभिमानी ना अभिमान कर। हर वर्ग, हर जाति,हर धर्म का सम्मान कर, इस राष्ट्र का सम्मान कर,सारे विश्व का सम्मान कर, मातृ-पितृ, गुरु और बड़ों का सम्मान कर.... न क्रोध, पाप, द्वेष रख। हे!अधर्मी न अधर्म कर। करना ही है कुछ और तो इस जग में ऐसा काम कर रहें सदा पिता सीना तान कर । सम्मान कर सम्मान कर -2 हे! अधर्मी न अधर्म कर। मेरे ये पोस्ट उन लोगो के लिए है को समाज को गन्दा करते हैं। वो चाहे उनकी वाणी के द्वारा जो, चाहे कर्मो के द्वारा। मुझे आशा है मेरे your quete
Motivational indar jeet group
जीवन दर्शन 🌹 एेसे व्यक्ति दूसरों में दोष ही नहीं , वरन अपने अंदर जी की जलन और विक्षोभ ढूंढते हैं , जिसे पा कर नहीं तो वो संतुष्ट होते हैं और नहीं सुखी , उनकी वाणी और व्यवहार में सदा ओछापन ही टपकता है !.i. j ©Motivational indar jeet guru #जीवन दर्शन 🌹 एेसे व्यक्ति दूसरों में दोष ही नहीं , वरन अपने अंदर जी की जलन और विक्षोभ ढूंढते हैं , जिसे पा कर नहीं तो वो संतुष्ट होते हैं औ
Amit Tiwari
Priya Gour
यू तो राम जी के जीवन के सभी गुण सीखने लायक हैं पर अगर कुछ गुणों को अपना लिया जाए तो जीवन सकारात्मक और अच्छाई की ओर अग्रसर हो सकता है जो कि निम्न प्रकार के है... उनकी वाणी उनकी वाणी में सदैव शीतलता है चाहे कितने भी क्रोध में हो शत्रु से हो या किसी से भी वार्तालाप करते थे हमेशा वाणी में मिठास रखते थे। कर्तव्य परायणता:- वो कर्तव्य पर वह हमेशा डटे रहते थे। धैर्य:-जिस भी परिस्थिति में रहते थे सदैव धैर्य से व्यवहार करते थे। सत्यवादी:- वह हमेशा सत्य की राह पर चलते थे,चाहे परिस्थिति जो भी हो वह कभी झूठ का सहारा नहीं लेते थे। सेवा भाव:- मातृ,पितृ और गुरुजनों के प्रति सदैव मन में सेवा भाव रखते थे। शांत रहने का गुण:- कभी-कभी व्यक्ति क्रोध में न जाने क्या-क्या बोल देता है जिसका उसे बाद में पछतावा रहता श्री राम पुरुषों में उत्तम इसीलिए कहलाते हैं क्योंकि उनमें मौन रहने का सर्वश्रेष्ठ कौन था वह अच्छे वक्ता ही नहीं बल्कि अच्छे श्रोता भी थे। स्त्रियों का सम्मान करना:- उनका यह गुण सबसे अधिक विशेष लगा मुझे क्योंकि आज के समाज को बहुत जरूरत है इस गुण को अपनाने की सीखने की उन्होंने अपने जीवन में कभी किसी स्त्री का अनादर नहीं किया था और ना वो महिलाओं पर अत्याचार करते थे श्रीराम ने बहु विवाह की प्रथा भी तोड़ी क्योंकि वह अपनी पत्नी सीता को सम्मान से रखना चाहते थे इन्हीं सब गुणों के कारण वो “मर्यादा पुरुषोत्तम राम” कहलाते थे। उनका पूरा जीवन ही हमें अच्छी शिक्षा देता है कि हम उनके अच्छे गुणों को अपनाकर अपना जीवन सरल और सफल बना सकते हैं। #Ram_Navmi #positivity #life यू तो राम जी के जीवन के सभी गुण सीखने लायक हैं पर अगर कुछ गुणों को अपना लिया जाए तो जीवन सकारात्मक और अच्छाई की
#Ram_Navmi #positivity #Life यू तो राम जी के जीवन के सभी गुण सीखने लायक हैं पर अगर कुछ गुणों को अपना लिया जाए तो जीवन सकारात्मक और अच्छाई की #nojotohindi #nojotoapp #विचार #nojotonews #nojotothought
read moreAmar Anand
विकृत मानसिकता... Message holder poetry कविता नीचे कैप्शन में... आज पढ़ते हैं कुछ इंसान की इंसानियत... समाज की प्रभुता व मानसिकता के किस्से.. आप सुनोगे क्या ? समाज में जिनकी हँसी सुनके , आपको हँसी आ जाये उन
आज पढ़ते हैं कुछ इंसान की इंसानियत... समाज की प्रभुता व मानसिकता के किस्से.. आप सुनोगे क्या ? समाज में जिनकी हँसी सुनके , आपको हँसी आ जाये उन
read moreVandana
गुरूर्ब्रह्मा गुरूर्विष्णुः गुरूर्देवो महेश्वरः । गुरूर्साक्षात परब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः प्रणाम गुरुजी आज आप में लिखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है आज मन के भाव ने बोला कि गुरुजी में लिखा जाए और मन की आवाज तो स्वयं परमात्मा की आवाज
प्रणाम गुरुजी आज आप में लिखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है आज मन के भाव ने बोला कि गुरुजी में लिखा जाए और मन की आवाज तो स्वयं परमात्मा की आवाज #testimonial
read moreloknath sahu
वाणी और विचार ये दोनो प्रोडक्ट हमारी खुद के कंपनी के हैं! जितनी क्वालिटी और गुणवत्ता अच्छी रखेंगे उतनी कीमत ज्यादा मिलेगी ©loknath sahu ##वाणी
नागेंद्र किशोर सिंह ( मोतिहारी, बिहार।)
वाणी *वाणी एक अमोल है,जो कोई बोले जानी। हिये तराजू तौल के, तब मुख बाहर आनी।* ये अनमोल मंत्र मेरे नहीं बल्कि हमारे दार्शनिक संतों की है। विडंबना यह है कि हमने इन पंक्तियों का सिर्फ रटा मारा है या फिर दूसरों को समझने के लिए अक्सर प्रयोग किया है।खुद अमल में नहीं लिया। *वाणी* शब्द इतना असरदार होता किअगर ये चाहे तो किसी का सिर कलम करा दे या चाहे तो किसी को हरदिल अजीज बना दे। मान या अपमान वाणी से ही मिलता है।वाणी से ही प्रेम के फूल खिलते हैं तो वाणी से ही नफरत के बीज भी बोए जाते हैं। सुवाणी से बीगड़े हुए काम बन जाते हैं तो कुवाणी बने हुए काम भी बिगाड़ देता है। जीवन में मधुरभाषी होना अति आवश्यक है लेकिन अच्छी सोच और नेक नीयत के साथ। धन से धनवान, बल से बलवान, विद्या से विद्वान तो बना जा सकता है लेकिन एक बड़ा या महान इन्सान तभी बना जाता है जब नीयत साफ हो, सोच पाक हो, वाणी मधुर हो और सबके लिए स्वर्थरहित प्रेम हो। *वाणी* जीवन का अनमोल उपहार है, संभाल कर रखें। धनतेरस की हार्दिक शुभकामनाएं और सभी को मेरा प्रणाम। 🌹🙏 ©नागेंद्र किशोर सिंह # वाणी
# वाणी #विचार
read moreAnshupriya Agrawal
वाणी ऐसी बोलिए ,चांदनी सा शीतल चंदन। ज्वाला को भी शांत करें, जगा सके जड़ में चेतन ।। मीठी वचनों की धारा से,होता कटुता का स्वयं शमन। गम दुख सब मिट जाता ,बहने लगता शीतल पवन।। - अंशु वाणी
वाणी #विचार
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