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Internet Jockey
उबलती हुई जिंदगी खौलते हुए सुख आंखें मूंदी ख्वाहिशों की गटक गए दुख ©Internet Jockey उबलती हुई जिंदगी खौलते हुए सुख आंखें मूंदी ख्वाहिशों की गटक गए दुख
उबलती हुई जिंदगी खौलते हुए सुख आंखें मूंदी ख्वाहिशों की गटक गए दुख #शायरी
read more__alfaj_
@__alfaj_ अभी तक पलकें मूंदी नहीं मैने अभी भी वक़्त है तुम जगा दो मुझे --S.K. अभी तक पलकें #मूंदी नहीं #मैने अभी भी #वक़्त है #तुम जगा दो #मुझे
BROKENBOY
याद तुम्हारी आती है पल पल मुझे सताती है जब तुम न मिली हर लम्हों में गीतों में, और गजलों में रातों में मूंदी , पलकों में पल पल हमें रुलाती है #Walk_on_the_way याद तुम्हारी आती है पल पल मुझे सताती है जब तुम न मिली हर लम्हों में गीतों में, और गजलों में रातों में मूंदी , पलकों में प
#Walk_on_the_way याद तुम्हारी आती है पल पल मुझे सताती है जब तुम न मिली हर लम्हों में गीतों में, और गजलों में रातों में मूंदी , पलकों में प
read moreRavindra Singh
सोच में बैठी... सोच में बैठी उसके मैं तो , वो आयो मूंदी आंखें मेरी , मैं तो डर गई, खुद में सिमट गई, कौन ये आयो, जिसने डरायो। मेरे पिया के ख्यालों से भटकायो। मैं ना छोडूं, वा को मुंह तोड़ूं। तब तक बोल पड़े मोरे सैया, थाम के वो मेरी बैयां। बोले मैं हूं, ना हीं डरो तुम । जो सोच रहीं थीं, अब वो कहो तुम। मैं शर्मायीं,सोचा क्या अब उनसे कहें तो । सोच में बैठी उसके मैं तो । ©Ravindra Singh सोच में बैठी उसके मैं तो , वो आयो मूंदी आंखें मेरी , मैं तो डर गई, खुद में सिमट गई,
सोच में बैठी उसके मैं तो , वो आयो मूंदी आंखें मेरी , मैं तो डर गई, खुद में सिमट गई, #Poetry
read moreNobita
डूबते शहर में रंजीशें बहुत है , मुल्क की सरहद पार कर चले..! हर लिबास खूनी रंगों का खेल , यहां कोई ना जो अपना सा लगे..! कुदरत भी बेपरवाह हो गई , मूंदी आंखों से जो उफ न करे..! गलियारों में हर मां बिलखती , पूतों की लाशें पाने को लड़े...!! किस बात की ये छींटाकशी , रूप रंग जब एक ही लगे...! कौन सी लकीर खींची गई , जिसे लांघें कोई ज़िंदा न बचे...!! हर कोई उस ओर निहारे खड़े ऐसा , बारूदों के बीच मूक पंछी भी मरे...! कड़वाहटें घुल घुल दफ्न हुई सीने में , दुश्मनों की हर जगह पैदावार ही बढ़े...!! ©Naveen Chauhan डूबते शहर में रंजीशें बहुत है , मुल्क की सरहद पार कर चले..! हर लिबास खूनी रंगों का खेल , यहां कोई ना जो अपना सा लगे..! कुदरत भी बेपरवाह हो
डूबते शहर में रंजीशें बहुत है , मुल्क की सरहद पार कर चले..! हर लिबास खूनी रंगों का खेल , यहां कोई ना जो अपना सा लगे..! कुदरत भी बेपरवाह हो #Poetry
read moreRavi Sharma
2122 2122 2122 212 अब नहीं है कोई जरिया गम भुलाने का यहां दौर देखो खत्म है उनको मनाने का यहां टूटकर तो चुभ रहे हैं आईने दिल में मगर है मजा फिर भी बड़ा दिल को जलाने का यहां राज़ आंखों में दिख रहे हैं साफ पहली बार में फायदा फिर तू बता क्या है छुपाने का यहां आबजू में आब की पहचान देखो कब रही सच यही है एक यारों बस बताने का यहां हाकिमो की राय में तो जान की कीमत नहीं फायदा कुछ है नहीं फिर सच बताने का यहां ©Ravi Sharma अब नहीं है कोई जरिया गम भुलाने का यहां दौर देखो खत्म है उनको मनाने का यहां टूटकर तो चुभ रहे हैं आईने दिल में मगर है मजा फिर भी बड़ा दिल को
अब नहीं है कोई जरिया गम भुलाने का यहां दौर देखो खत्म है उनको मनाने का यहां टूटकर तो चुभ रहे हैं आईने दिल में मगर है मजा फिर भी बड़ा दिल को #WalkingInWoods
read moreAB
.... भूपर्पटी पर चित, आँखें मूंदी शांत मन नभ की ओर मुख मेरा लाल-सफ़ेद सा वह परिधान एक कुमकुम भोंहों के बिल्कुल बीच छोटी सी गले में पुष्प हार
भूपर्पटी पर चित, आँखें मूंदी शांत मन नभ की ओर मुख मेरा लाल-सफ़ेद सा वह परिधान एक कुमकुम भोंहों के बिल्कुल बीच छोटी सी गले में पुष्प हार #alpanas
read moreShree
मूंदी पलकों में आपका अक्स, अधरों पर उभरी मुस्कान है... पल्लू बन कर लिपटी तन से, पूर्णतया अवलोकित सम्मान है! सुकून से लटें जो ठहरीं बंधी, कानों के पीछे कुछ गाती हैं, लाल चुड़ियों में खनकता... स्नेह निवेदन का प्रस्ताव है! रौनक सी बिखर लौटती रौशनी.. गई उजागर करने पथ आपके, हवा छू कर छेड़ती निकलती... अभिमंत्रित करती एक नाम है! दोनों भौहों के बीच केंद्रित, और थोड़ा अधरों पर बिखरी शान है! ये नैन-नक्श़, ये भाव-भंगिमा, उफ्फ़.. ठंडक बरसाता ख़्वाब है! मूंदी पलकों में आपका अक्स, अधरों पर उभरी मुस्कान है... पल्लू बन कर लिपटी तन से, पूर्णतया अवलोकित सम्मान है! सुकून से लटें जो ठहरीं बंध
मूंदी पलकों में आपका अक्स, अधरों पर उभरी मुस्कान है... पल्लू बन कर लिपटी तन से, पूर्णतया अवलोकित सम्मान है! सुकून से लटें जो ठहरीं बंध #yqbaba #YourQuoteAndMine #yqrestzone #collabwithrestzone #yqrz #rzpictureprompt #rzpicprompt3263
read moreKulbhushan Arora
ज़ोया 🖤 मैं और मेरा साया खूब साथ निभाया, कभी मेरे आगे आगे चला, कभी पीछे से साथ चला, कभी दाएं,कभी बाएं दिखा.. इक वक्त का लम्हा ऐसा आया, सिकु
ज़ोया 🖤 मैं और मेरा साया खूब साथ निभाया, कभी मेरे आगे आगे चला, कभी पीछे से साथ चला, कभी दाएं,कभी बाएं दिखा.. इक वक्त का लम्हा ऐसा आया, सिकु #yqdidi #yqquotes #yqकुलभूषणदीप #yqsaya
read moreso_called_kiddo
कामकन्या-सी तू..... (READ CAPTION) ©so_called_kiddo कामकन्या-सी तू..... . तौलिए से झटकती हुई गीली ज़ुल्फ़ों को तेरा सुखाने बालकनी में चले आना, तेरी ज़ुल्फ़ों में अटकी मोती-सी बूंदों से सूर्य किरणो
कामकन्या-सी तू..... . तौलिए से झटकती हुई गीली ज़ुल्फ़ों को तेरा सुखाने बालकनी में चले आना, तेरी ज़ुल्फ़ों में अटकी मोती-सी बूंदों से सूर्य किरणो #Poetry #Hindi #wordporn #bold #fantasy #erotica #eroticpoetry #बेबाक़ #bedroomdairies #lovemakingmemories
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