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Abhishek Trehan
बहुत गिनाते रहे ऐब तुम क्या मिला दूसरों को उनका सच दिखाने से निभा न सकोगे एक दिन जब गुज़रोगे मेरे सब्र के पैमानों से उस असीम को मैं पुकार रहा उसको भी मेरी तलाश है नशा था उतर गया सबकुछ छोड़, चला मैं अब तेरे मयखाने से... ©abhishek trehan 🎀 Challenge-408 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है। 🎀 विषय वाले शब्द आपकी रचना में होना अनिवार्य नहीं है। अपने शब्दों में अपनी रचना लिखिए।
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read moreKrish Vj
बड़े जतन से मेने सम्भाला था इस नादान दिल को तेरे दूर जाने की बात सोच कर ही मुझ से रूठ गया सब्र का बांध मेरा टूट गया आंसुओ का दरिया छूट गया राहों के फूल बन बैठे कांटे कांटों से दिल घायल हो गया ख़्वाबों से सजा था आईना दर्द की आहट से वो टूट गया हार गया मेरा रब सा इश्क़ जात-पात के दलदल में फंस कर 🎀 Challenge-408 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है। 🎀 विषय वाले शब्द आपकी रचना में होना अनिवार्य नहीं है। अपने शब्दों में अपनी रचना लिखिए।
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read moreNammy S
ये मौसम बारिशों का है पूरी होती ख्वाहिशों का है मेरे सब्र का बांध न तोड़ो अब ये सन्नाटा बस बाढ़ के पहले का है ये मौसम बारिशों का है। #बारिश #इंतेज़ार #बाढ़ #सब्रकाबाँध #उम्मीद
#बारिश #इंतेज़ार #बाढ़ #सब्रकाबाँध #उम्मीद
read moreInsprational Qoute
होठों को भींच हर पल मैंने तेरी नादानियों को सहन किया, हर पग पर मिले शूल और कांटे,हर बार सब्र का घूंट पिया, न समझे मेरे दिल ए हालात को हर बार इहानत सा किया, बस अब टूट गया मेरे सब्र का बांध, मुझसे न अब सहन हुआ। 🎀 Challenge-408 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है। 🎀 विषय वाले शब्द आपकी रचना में होना अनिवार्य नहीं है। अपने शब्दों में अपनी रचना लिखिए।
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read moreArunima Thakur
ना जाने कौन सी सीमेंट पत्थर के बने होते हैं कि यह सब्र के बांध टूटते बिखरते ही नहीं सदियों से सह रही है यह जिल्लत हर नारी यह जहालत की बेड़ियां है कि टूटती ही नहीं 🎀 Challenge-408 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है। 🎀 विषय वाले शब्द आपकी रचना में होना अनिवार्य नहीं है। अपने शब्दों में अपनी रचना लिखिए।
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read moreNeha Pathak
ऐ ज़िंदगी मत ले अब इम्तेहान! उठता नहीं मेरा तुझपर से विश्वास! सह लेती हूं हर दर्द, हूं मैं बहुत कठोर कर लेती बर्दाश्त इतना ना मुझे तोड़, कि टूट जाए मेरे सब्र का बाँध!! 🎀 Challenge-408 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है। 🎀 विषय वाले शब्द आपकी रचना में होना अनिवार्य नहीं है। अपने शब्दों में अपनी रचना लिखिए।
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read moreसाहस
सब्र का बांध जब पूरी तरह स्त्री के टूट जाता है। तब पुरुष छांव पौरुष में खीज सुलगा जाता है।। 🎀 Challenge-408 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है। 🎀 विषय वाले शब्द आपकी रचना में होना अनिवार्य नहीं है। अपने शब्दों में अपनी रचना लिखिए।
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read moreसाहस
सब्र का बांध टूट जाता, अगर वो कहता मै जा रहा हूं।। 🎀 Challenge-408 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है। 🎀 विषय वाले शब्द आपकी रचना में होना अनिवार्य नहीं है। अपने शब्दों में अपनी रचना लिखिए।
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read moresachin chaturvedi
जब हम जीते हैं अपने हिसाब से, तो फ़िक्र किस-किस की करें??? कोई-न-कोई तो रूठेगा ही।😉 🎀 Challenge-408 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है। 🎀 विषय वाले शब्द आपकी रचना में होना अनिवार्य नहीं है। अपने शब्दों में अपनी रचना लिखिए।
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read moreDR. SANJU TRIPATHI
सबकी इच्छाओं का मान रखते-रखते, हमने अपनी सारी ही इच्छाएं भुला दी। सराहा ना गया कभी मेरे किसी भी काम को, सबने हमेशा ही खोट निकाल दी। बेबसी का दर्द अब हद से गुजरने लगा है, मुझको और ज्यादा बेबस ना बनाओ। सब्र का बाँध अब टूटने लगा है मेरा, मेरा और इम्तिहान ना लो, ना मजबूर बनाओ। गर टूट गया मेरे सब्र का बाँध तो, रिश्तों की हकीकत दुनियां को पता चल जाएगी। रह पाएंगे ना मेरे लब भी फिर खामोश, मेरी खामोशी मेरा हाल-ए-दिल बयां कर जाएगी। 🎀 Challenge-408 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है। 🎀 विषय वाले शब्द आपकी रचना में होना अनिवार्य नहीं है। अपने शब्दों में अपनी रचना लिखिए।
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