Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best अपूर्ण Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best अपूर्ण Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutअपूर्ण गर्भपात के लक्षण और उपचार, अपूर्ण प्रतियोगिता की विशेषताएं, अपूर्वा का अर्थ, अपूर्ण प्रेम कविता, अपूर्णता समानार्थी शब्द मराठी,

  • 19 Followers
  • 25 Stories

Miss mishra

वह चाहता अगर तो
चुनता संपूर्णता प्रेम की 
फिर
उसने
आखिर
क्यों चुनी होगी
अपूर्ण प्रेम की पीड़ा?

©Miss mishra #कृष्णमेरे #अपूर्ण

Divya Thakur

#पूर्ण #अपूर्ण "कोई भी किरदार राजा या रानी या अमीर या दरिद्र नहीं बनना चाहता। यदि आप गहराई से निरीक्षण करें तो पाएंगे कि सभी किरदार केवल एक चीज बनना चाहते हैं - ‘पूर्ण’। वे हर समय अपने आपको अधूरा अनुभव करते हैं। वे उस अधूरेपन को भरना चाहते हैं।" जय श्री राम 🙏🙏🙏

read more

Rudra Goswami

The ghazal of RAG #अपूर्ण व्यथा -2 #yqdidi #yqbaba #yqquotes #yqghazal #yqhindi

read more
अपूर्ण व्यथा -2

हमें कहना बहुत कुछ था कह न सके।
मन के शब्दों को मुख पर नहीं ला सके।

उम्र भर कुछ व्यथा से पीड़ित रहे हम ,
हर्ष-ध्वनीयों को मन में सजा न सके ।

तर्पण में अर्पण को अंजुरी में धरे ,
प्रवाहित गंगा में अर्पित नहीं कर सके ।

कहने को तो सब अपने थे अपने ही है ,
स्वयं को स्वयं का कभी मान ही न सके।

मन की आशाओं को मन में जलाते रहे,
अपूर्ण जीवन को पुरस्कृत कर न सके ।

ऐसे देखें तो थे स्वप्न हम बहुत से मगर ,
सम्मुख सपन के द्वार को पार कर न सके।

--RAG The ghazal of RAG
#अपूर्ण व्यथा -2
#yqdidi #yqbaba #yqquotes #yqghazal #yqhindi

Vineet Sharma

वो जो कभी चश्म में रहा करता था,
अब मुस्कान बन मेरे लबों पर ठहर गया है,
वो जो कभी न जाने का वादा किया करता था,
अब रुख़सत हो भी मुझमे ही निखर गया है|

ख़ार था मैं उन लाल पंखुड़ियों वाले गुलाब का,
नासमझ वो अब मेरे बिन अपूर्ण शबाब रह गया है,
रात हूँ मैं इंतज़ार में, वो चाँद अमावस्या का,
जागती आँखों में पूर्ण वो, अधूरा ख़्वाब रह गया है| #अधूरारहगया #collab #yqdidi
#cinemagraph   #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi
#vineetvicky #julyvibes #अपूर्ण

Kisalay Shukla

कहानी लिख रहा हूँ मैं 
सपनो के संसार का
अपनो के विस्तार का 
सुनहले  अतीत का 
सुखद   भविष्य का 
कहानी लिख रहा हूँ मैं 
गिरते समाज के  
उठते पाखंड का 
टूटते स्वप्नों के 
गिरते भविष्य का 
कहानी लिख रहा हूँ मैं 
उनके अपनत्व का 
अपनी प्रेमत्व  का 
प्यार की प्रकृति का 
अपनी संस्कृति का 
कहानी लिख रहा हूँ मैं


 

 #सुंदरता #yqdidi #कहानीलिखरहा #yqbaba #अपूर्ण

Ruchi dixit

मुझे प्रेम करना नही आता , मुझे पूर्ण नफरत भी नही आती , मै पूर्ण ईर्ष्या भी नही कर सकती , मुझमे पूर्ण इच्छा नही है मुझमे पूर्ण अनिच्छा भी नही है | मै पूरी जीवित नही हूँ , मै पूरी मरी भी नही |

read more
मुझे प्रेम करना नही आता ,
मुझे पूर्ण नफरत भी नही आती ,
मै पूर्ण ईर्ष्या भी नही कर सकती ,
मुझमे पूर्ण इच्छा नही है
मुझमे पूर्ण अनिच्छा भी नही है |
मै पूरी जीवित नही हूँ ,
मै पूरी मरी भी नही |

©Ruchi dixit मुझे प्रेम करना नही आता ,
मुझे पूर्ण नफरत भी नही आती ,
मै पूर्ण ईर्ष्या भी नही कर सकती ,
मुझमे पूर्ण इच्छा नही है
मुझमे पूर्ण अनिच्छा भी नही है |
मै पूरी जीवित नही हूँ ,
मै पूरी मरी भी नही |

Geeta Sharma pranay

*********अपूर्ण**********
कितना कुछ अपूर्ण था जिंदगी में। 
बहुत सोच-सोचकर हिसाब लगाया।। 
तुम मेरे प्रेम के पूर्ण सागर थे। 
मेरा पहला प्यार,
 जिसके लिए मान-सम्मान सदैव 
हृदय में हैं। 
बस! तुमसे जो किया ,वह पवित्र प्रेम था। 
तुम्हारें संग जीवन के सारे रंग थे। 
एक तुम क्या मेरे जीवन से गये, 
मुझे हमेशा के लिए अपूर्ण कर गये। 
मेरे छोटे-छोटे "सपने "अपूर्ण, 
सपनों से सजा़ मेरा "घघर-संसार"अपूर्ण, 
तेरे-मेरे प्रेम का प्रतीक "प्रणय" अपूर्ण,
मेरे जीवन के सभी "तीज़-त्योहार", 
मेरे जीवन की "मुस्कान"
तू तो कहीं जाकर पूर्ण हैं 
पर मैं तो आज भी अपूर्ण हूँ
कितने साल, कितने महिने, कितने दिन
कितने पल बीत गये "मेरी अपूर्णता" को, 
एक बस तेरे इंतज़ार में। 
आजतक तेरे इंतज़ार में मैने
 "अपने-आप को "अपूर्ण ही रहने दिया। 
और लोग मुझसे मेरी ही 'अपूर्णता' का
 कारण पुछते रहें। 
आखिर कब तक मैं अपूर्ण रहूँ।

©Geeta Sharma pranay #अपूर्ण

#Light

Asha...#anu

#अपूर्ण #जीवन #नोजोटोमराठी #नोजोटोसाहित्य जिंदगी के उपर कुछ पंक्तिया मराठी में..... #ShiningInDark

read more
मी अपूर्ण.... वाट अपूर्ण...अपूर्ण हा प्रवास...
थकली आशा....थकली वाट...थकला हा श्वास...
स्वप्न अपूर्ण...उद्देश अपूर्ण...अपूर्ण सार्या भावना...
थकले स्वप्न...थकले उद्देश...थकल्यात सार्या  भावना...
थकून ही आराम नाही..विराम नाही...
ओसरत्या  लाटा ना विसावा नाही....
मन निस्तेज..तरी होठांवर स्मित....
चालायचं आता विसरून सार्या आकांक्षा चे प्रीत....!!!!!! #अपूर्ण 
#जीवन 
#नोजोटोमराठी 
#नोजोटोसाहित्य 
जिंदगी के उपर कुछ पंक्तिया मराठी में.....

#ShiningInDark

JALAJ KUMAR RATHOUR

फेसबुक ,इंस्टाग्राम किसी पर भी नही थी वो,धीरे धीरे वक्त बीतता गया, मैंने इंजिनीयरिंग के बाद जॉब करने लगा, 8 साल हो गए थे जॉब करते करते, आज पहली बार था जब मैंने दोस्तों के साथ कश्मीर जाने का प्लान बनाया था,एयरपोर्ट पर हमे रोक लिया गया था, मेरे दोस्त ने अपने चचा विधायक है वाली हेकड़ी झाड़ते हुए कहा,क्यों रोका है हमें ,तभी एक लेडी IPS ऑफिसर ने आवाज देकर कहा "Please support in Cheking" मैंने देखा,और उसके पास जाकर पूछा,आरजू 12B ,Roll no.-9. उसने तुरंत कहा,देर कर दी पहिचानने में मिस्टर अपूर्ण ठाकुर,

read more
#अपूर्ण _आरजू
फेसबुक ,इंस्टाग्राम किसी पर भी नही थी वो,धीरे धीरे वक्त बीतता गया, मैंने इंजिनीयरिंग के बाद जॉब करने लगा, 8 साल हो गए थे जॉब करते करते, आज पहली बार था जब मैंने दोस्तों के साथ कश्मीर जाने का प्लान बनाया था,एयरपोर्ट पर हमे रोक लिया गया था, मेरे दोस्त ने अपने चचा विधायक है वाली हेकड़ी झाड़ते हुए कहा,क्यों रोका है हमें ,तभी एक लेडी IPS ऑफिसर ने आवाज देकर  कहा "Please  support in Cheking" मैंने देखा,और उसके पास जाकर पूछा,आरजू 12B ,Roll no.-9.
उसने तुरंत कहा,देर कर दी पहिचानने में मिस्टर अपूर्ण ठाकुर, फिर मैंने बताया कि हम कश्मीर घूमने आये है बस अब होटल देखना है, आरजू बोली, "मेरा टिफिन खाने वाला मेरे घर भी तो रुक सकता है"थोडी देर मना करने के बाद मेरे दोस्त भी राजी हो गए उसके घर तक के सफर में उसने बताया, कैसे वो IPS बनी और उसका निकाह मेजर अशफाक से हुआ जो 2 साल पहले एक आतंकी हमले में शहीद हो गए थे, उसका एक 6 साल का लड़का भी है, उसकी आँखे नम हो गयी थी, आज पहली बार था जब में उन आँखो में आँसू देख रहा था जिनके मुस्कराने के लिए मैंने हजारो दुआएं की थी, आरजू ने पूछा तुम बताओ शादी की, मैंने कहा हाँ की और एक बच्ची भी है, तब तक उसका घर आ गया, 
सात दिन तक हम कश्मीर घूमे, हर शाम को वो मुझे पूछती क्या क्या घुमा मैं, उस सब बताता, रमजान का महीना था वो, वो रोज सुबह उठती और नमाज अदा कर अपने काम पर निकल जाती थी मैंने और दोस्तों ने कश्मीर में वादियों के बीच अपनी जिंदगी की टेंशन को भुला दिया था
....#जलज कुमार राठौर फेसबुक ,इंस्टाग्राम किसी पर भी नही थी वो,धीरे धीरे वक्त बीतता गया, मैंने इंजिनीयरिंग के बाद जॉब करने लगा, 8 साल हो गए थे जॉब करते करते, आज पहली बार था जब मैंने दोस्तों के साथ कश्मीर जाने का प्लान बनाया था,एयरपोर्ट पर हमे रोक लिया गया था, मेरे दोस्त ने अपने चचा विधायक है वाली हेकड़ी झाड़ते हुए कहा,क्यों रोका है हमें ,तभी एक लेडी IPS ऑफिसर ने आवाज देकर  कहा "Please  support in Cheking" मैंने देखा,और उसके पास जाकर पूछा,आरजू 12B ,Roll no.-9.
उसने तुरंत कहा,देर कर दी पहिचानने में मिस्टर अपूर्ण ठाकुर,

JALAJ KUMAR RATHOUR

#अपूर्ण_आरजू 9 वी में पहली मुलाकात ही तो थी उस दिन मेरी जब ईद के दिन आरजू ने सबके साथ मुझे पहली बार गले लगाया था,पता नही वो मजबुर थी या उसकी ख्वाहिश ,पर मुझसे हमेशा नजरे चुराने वाली वो नकाबपोश लड़की मेरी नजरो के सामने जब भी गुजरती थी तो में रमजान सा इंतजार करता हुआ हो जाता और वो इतने लंबे इंतजार को ईद की तरह सिर्फ कुछ पल ठहर चुकाती, जब उसने मुझे पहली बार गले लगाया था उसी दिन से मैं ईद का इंतजार करने लगा था, 12 वी तक मेरी सबसे अच्छी दोस्त बन गयी थी आरजू,अम्मी के हाथो की मीठी सेवियाँ व उससे मीठी

read more
#अपूर्ण_आरजू
9 वी में पहली मुलाकात ही तो थी उस दिन मेरी जब ईद के दिन आरजू ने  सबके साथ मुझे पहली बार गले लगाया था,पता नही वो मजबुर थी या उसकी ख्वाहिश ,पर मुझसे हमेशा नजरे चुराने वाली वो नकाबपोश लड़की मेरी नजरो के सामने जब भी गुजरती थी तो में रमजान सा इंतजार करता हुआ हो जाता और वो इतने लंबे इंतजार के बाद नजर आने वाले ईद के चाँद की तरह सिर्फ कुछ पल ठहर चुकाती, जब उसने मुझे पहली बार गले लगाया था उसी दिन से मैं ईद का इंतजार करने लगा था, 12 वी तक मेरी सबसे अच्छी दोस्त बन गयी थी आरजू,अम्मी के  हाथो की मीठी सेवियाँ व उससे मीठी उसकी बाते वो जब भी खिलाती तो मैं मजाकिये लहजे कहता था मेरी ईदी ?,वो कहती क्या चाहिए तुम्हें #अपूर्ण और मैं चुप हो जाता, मेरी ये चुप्पी शायद वो समझती थी, पर ना जाने क्यों हम चीजो को समझ कर भी नासमझो  सा व्यवहार करते है, शायद हम समझदार हो जाते है, रंगो का त्यौहार होली था, उस दिन ना जाने क्यों मुझे ये होली हमेशा ईद सी लगती है, मिठाइयो को खिला कर और गले मिल कर हम सब कुछ भुला देते है,आरजू भी आई थी उस दिन, मैं सभी दोस्तो से गले मिल रहा था, आखिरी सफ़ में खडी आरजू से जब मैंने हाथ मिलाते हुए होली की बधाई दी तो वो बोली," होली पर भी गले मिलते है ना अपूर्ण , मैंने अपनी बाहों को फैला दिया था " उस दिन मुझे एहसास हुआ था उसी पहली ईद जो की बधाई से शुरु हुई थी और उसी दिन पता चला था की वो उस दिन मजबूर नही थी" , बारहवी के बाद उसने  शहर छोड़ दिया , पता नही उसके पापा का ट्रांसफर कहाँ हो गया
...#जलज #अपूर्ण_आरजू
9 वी में पहली मुलाकात ही तो थी उस दिन मेरी जब ईद के दिन आरजू ने  सबके साथ मुझे पहली बार गले लगाया था,पता नही वो मजबुर थी या उसकी ख्वाहिश ,पर मुझसे हमेशा नजरे चुराने वाली वो नकाबपोश लड़की मेरी नजरो के सामने जब भी गुजरती थी तो में रमजान सा इंतजार करता हुआ हो जाता और वो इतने लंबे इंतजार को ईद की तरह सिर्फ कुछ पल ठहर चुकाती, जब उसने मुझे पहली बार गले लगाया था उसी दिन से मैं ईद का इंतजार करने लगा था, 12 वी तक मेरी सबसे अच्छी दोस्त बन गयी थी आरजू,अम्मी के  हाथो की मीठी सेवियाँ व उससे मीठी
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile