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Chanchal Chaturvedi
खु़दा ने हमारे किस्मत में जाने क्या क्या लिख रक्खा है देखते है किस इत्तेफ़ाक़ से मिलते है हम, हमने सारा इत्तेफ़ाक़ सोच रक्खा है ©Chanchal Chaturvedi #इत्तेफ़ाक़ #Chanchal_mann #poem #nazm #distance #2liner #mainaurtum
#इत्तेफ़ाक़ #Chanchal_mann #poem #nazm #distance #2liner #mainaurtum
read moreRaj Alok Anand
तुम्हारा यूँ जिंदगी में आ जाना इत्तेफाक़ ही तो था ..... तुम्हारा यूँ मुझसे टकरा जाना इत्तेफाक़ ही तो था .... हर बात में पसंद एक सी होना इत्तेफाक़ ही तो था.... बाँतों बाँतों में हँसाना और रुलाना इत्तेफाक़ ही तो था.... रोज़ मुलाकातों की हसीं महफ़िल सजाना इत्तेफाक़ ही तो था..... वक्त का रेत सा मेरे हाथों से छूटते जाना इत्तेफाक़ ही तो था.... जिस्म को बिन छुए तुम्हारा रूह में उतर जाना इत्तेफाक़ ही तो था .... अगले जनम में खुदा से तुम को माँगना इत्तेफाक़ ही तो था .... नाराज़गी पर दिलों का फूल सा मुरझाना इत्तेफाक़ ही तो था .…. हाँ ,,एक इत्तेफाक़ ही था मगर क्या हसीन इत्तेफाक़ था ...!!! ©Raj Alok Anand #इत्तेफ़ाक़
Drg
महज़ इत्तेफ़ाक़ था कोई या ख़ुदा की कोई नेमत, मायूसी की शब में तेरा यूँ बेमतलब मिल जाना कोई दुआ क़ुबूल हुई थी या था कोई मोजिज़ा, चाँद रात में तेरा यूँ बेमतलब मुझे हँसाना (कैप्शन में पढ़ें) महज़ इत्तेफ़ाक़ था कोई या ख़ुदा की कोई नेमत, मायूसी की शब में तेरा यूँ बेमतलब मिल जाना कोई दुआ क़ुबूल हुई थी या था कोई मोजिज़ा, चाँद रात में तेरा यूँ बेमतलब मुझे हँसाना टूटते तारों का था कोई असर या कोई तोहफ़ा ज़िंदगी का, बेचैन करवटों में तेरा यूँ बेमतलब अपनी आग़ोश में सुलाना
महज़ इत्तेफ़ाक़ था कोई या ख़ुदा की कोई नेमत, मायूसी की शब में तेरा यूँ बेमतलब मिल जाना कोई दुआ क़ुबूल हुई थी या था कोई मोजिज़ा, चाँद रात में तेरा यूँ बेमतलब मुझे हँसाना टूटते तारों का था कोई असर या कोई तोहफ़ा ज़िंदगी का, बेचैन करवटों में तेरा यूँ बेमतलब अपनी आग़ोश में सुलाना
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महज़ इत्तेफ़ाक़ था कोई या ख़ुदा की कोई नेमत, मायूसी की शब में तेरा यूँ बेमतलब मिल जाना कोई दुआ क़ुबूल हुई थी या था कोई मोजिज़ा, चाँद रात में तेरा यूँ बेमतलब मुझे हँसाना (कैप्शन में पढ़ें) महज़ इत्तेफ़ाक़ था कोई या ख़ुदा की कोई नेमत, मायूसी की शब में तेरा यूँ बेमतलब मिल जाना कोई दुआ क़ुबूल हुई थी या था कोई मोजिज़ा, चाँद रात में तेरा यूँ बेमतलब मुझे हँसाना टूटते तारों का था कोई असर या कोई तोहफ़ा ज़िंदगी का, बेचैन करवटों में तेरा यूँ बेमतलब अपनी आग़ोश में सुलाना
महज़ इत्तेफ़ाक़ था कोई या ख़ुदा की कोई नेमत, मायूसी की शब में तेरा यूँ बेमतलब मिल जाना कोई दुआ क़ुबूल हुई थी या था कोई मोजिज़ा, चाँद रात में तेरा यूँ बेमतलब मुझे हँसाना टूटते तारों का था कोई असर या कोई तोहफ़ा ज़िंदगी का, बेचैन करवटों में तेरा यूँ बेमतलब अपनी आग़ोश में सुलाना
read morekasid ansari
❤️💜🌹🟪🟪🌹💙🟩 💜💓#ना दिल 💖🤔 से होता है, 😕 💙 #ना दिमाग 🧠😔 से होता है; 🙂 💘 #ये प्यार 🤗💕 तो #इत्तेफ़ाक़ 😏💚 से होता है; 😊 💖 #पर प्यार 🥰💝 करके प्यार 👩🏻💗 ही मिले 💏 💞 ये इत्तेफ़ाक़ 🙁🧡 भी किसी-किसी 🙂💟 के साथ 🤔💔 होता है...... 🟪🌹🟪🌹🟪🟪🌹🟪 ©Nojoto Creator Academy
Nikhil Kaushik
इत्तेफ़ाक़ ए उल्फत हुई उनको हमसे और हम उनके हुस्न के तलबगार हो गए मेरा मुझमें कुछ न रहा बाकी उनपर ऐतबार करते करते... ©Nikhil Kaushik #इत्तेफ़ाक़ ए #उल्फत हुई उनको हमसे और हम उनके #हुस्न के #तलबगार हो गए मेरा मुझमें कुछ न रहा #बाकी उनपर #ऐतबार करते करते... #इश्क #मोहोब्बत #HindiWritings #hindiwriting
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read moreGobind Arora
तुम हो करीब ये इत्तेफ़ाक़ सा लगता है तुम मेरे हो ये किस्मत समझूँ या मेहरबानी ©Gobind Arora #Nojoto #shayri #Life #इत्तेफ़ाक़ #gonindvinit #doubleface
#shayri Life #इत्तेफ़ाक़ #gonindvinit #doubleface
read moreAbundance
#इत्तेफाक छोटे शहर में सिर झुकाते है हम बड़ो के सामने ए ख़ुदा ये बड़े शहर में गले मिलने का कैसा रिवाज है l ©Mallika #इतफ़ाक़ #इत्तेफ़ाक़
Abundance
#इत्तेफ़ाक़ दो हमख्याल अजनबी नहीं होते कभी भूल जाता खुदा किस बंधन में बांधे इन्हें एक का दर्द ना जाने दूसरे को कैसे रुला दिया.... काश ओर इतेफ़ाक़ बस ऐसे ही नहीं हो सकता कुछ तो अधूरा रह गया होगा किसी जन्म में.....बंधन खींच लाता है.... जब कोई अपना लगा तभी ना आँखें नम हुई "मल्लिका " खामोश रही फिर शोर आखिर किस बात की थी..... चाय गहरा था, आखिर बिस्किट डूब गयी.... ©Mallika #mastmagan
नरेश कुमार
इत्तेफ़ाक़ की ही तो बात है कल तक तुम्हारे लिए आम था आज से हमारे लिए आम होगा बस फर्क इतना है कि तुम्हारा इत्तेफ़ाक़ झूठ था हमारा इत्तेफ़ाक़ सच होगा ©Naresh kumar #इत्तेफ़ाक़ #feelings