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Best हालतोसमझ Shayari, Status, Quotes, Stories

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Kirbadh

#हालतोसमझ शेरो शायरी शायरी हिंदी में

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White जुस्तजू में जिसकी पतझड़ किये बसंत कई
जब मिली बेज़ार बदरंग सी लगी

है कितनी कोमल हृदया बाद में पता चला
पहली दफ़े जब मिली सरहंग सी लगी

सरहद से बरसों बाद जब गांव को लौटा
घर की ख़ामोशी इक जंग सी लगी

रिश्ते-नाते जब से चौसर का खेल हो गए
उनकी तारीफ़ भी उनको व्यंग सी लगी

घुली है फिज़ा में बेईमानी इस क़दर 'किरबध'
की ज़िक्र-ए-ईमानदारी भी मलंग सी लगी

©Kirbadh #हालतोसमझ  शेरो शायरी शायरी हिंदी में

Krish Vj

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मेरे लबों की इस  खामोशी को भी पढ़ तू
हाल-ए-दिल  भी जरा तो  मेरा समझ  तू

ख़ामोशी का "लिबास जुबान ओढ़े है मेरी 
मेरे "ज़ज्बात"  को भी  तो जरा समझ तू 

मिल ही जाएगे  हज़ारों "चाहने" वाले तुझे 
पर अनमोल हैं मेरी "चाहत" को समझ तू 

मुस्कराते है तुम्हें देखकर  हरपल "कृष्णा"
मुस्कराने के इस "राज"  को भी समझ तू  ♥️ Challenge-525 #collabwithकोराकाग़ज़ 

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नरेश होशियारपुरी

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दिल को ज़रा काबू में रख।
अपने गेसुओं को संभाल
उलझ जाएंगे ये याद रख।
क्यूँ बेसुध होकर बैठे हो
मिलेगा मुक़दर थोड़ा सब्र रख। ♥️ Challenge-525 #collabwithकोराकाग़ज़ 

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अनजान_व्यक्ति

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ध्यान भी है फिक्र भी है
बस हालातो ने ही कुछ गुमसुम कर दिया। ♥️ Challenge-525 #collabwithकोराकाग़ज़ 

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अनजान_व्यक्ति

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ख्याल भी है तुम्हारा और समझा भी बहोत
लब्जो में हम बंया ना कर पाए
 तुमने दिल की ना आवाज  सुनी। ♥️ Challenge-525 #collabwithकोराकाग़ज़ 

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Wallflower Wallflower

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हाल तू समझ रूहे इश्क तू
 क्यू बयां की जरूरत है
कोई अल्फाज  न कह पाए 
कहने की क्या जरूरत है
ये  खुदाई जहां के गुल है
खुशबू  से महक जा रूहे इश्क
भटकन ये मिट्टी की छुड़ा ये गा
ये रूहे इश्क।

  
 ♥️ Challenge-525 #collabwithकोराकाग़ज़ 

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अभिलाष सोनी

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क्यूँ गुमसुम से बैठे हो, तुम्हारी आँखों में ख्वाब किसका है।
किसी ने कुछ कहा तुम्हें, बताओ मुझे वो जबाब किसका है।

मैं देख नहीं सकता इस खूबसूरत से चेहरे पे गम का पर्दा।
मुस्कुराहट को छीनने वाला, मायूसी का नक़ाब किसका है।

मैं जिसे पढ़ ना सका, तुम्हारी पलकों की ओट से कभी।
वो गम की दास्ताँ, आँखों मे आँसुओं का सैलाब किसका है।

मैं उम्र भर तरसता रहा, तुझे तोहफे में एक फूल देने को।
ये जो तेरे बालों में लगा है, आखिर वो गुलाब किसका है।

मैं आज भी इंतजार में हूँ, कि कब इत्मिनान से तेरा दीदार हो।
हाल तो समझ मेरा और बता, ये नूर-ए-आफताब किसका है। ♥️ Challenge-525 #collabwithकोराकाग़ज़ 

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DR. SANJU TRIPATHI

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हर बार बोल के बताऊँ जरूरी तो नहीं,
कभी आंँखों की भाषा पढ़ कर भी समझ।

हरपल बेकरार-ओ-बेताब रहता है दिल,
कभी इस बेकरार दिल का हाल तो समझ।

तड़प रही हूंँ जल बिन मछली की तरह,
कभी इस बेचैन दिल की तड़प तो समझ।

मेरे करार का एक तू ही तो बस जरिया है,
कभी मेरे इस दिल का नजरिया तो समझ।

खोई रहती हूंँ बस तेरे ही ख्वाबों खयालों में,
कभी मेरे ख्वाबों ख्यालों के सुकून को समझ। ♥️ Challenge-525 #collabwithकोराकाग़ज़ 

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Writer1

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ए फिज़ाओं ‌ना हँसों‌ हम पर , मोहब्बत से चोट खाए हैं,
जिंदगी  में  थके थके  से है  हम , खुद से  ही घबराए हैं,

हम भी  कभी  बेमिसाल थे , नज़र - ए - ख़्वाब  से पछताए हैं,
पहचान ना सके उस बेवफा के इरादे, नजरों का धोखा खाए हैं।

हाल तो समझ ए दिल-ए-नादां, क्यों गैरों के पीछे, होश गँवाए हैं,
जो ना समझे दिल की ख़ामोशियों को, क्यों उन्हीं से दिल लगाए हैं।

उसकी नज़रों से बिस्मिल हुए‌ हैं हम, और वो अपनी नज़रें छुपाए हैं,
दिल का हाल तो समझ ‌ओ बुतांँ, मौसम भी इश़्क-ए-गुहार लगाए हैं। ♥️ Challenge-525 #collabwithकोराकाग़ज़ 

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Sangeeta Patidar

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कर के मुझसे इज़हार, तुम अप्रैल फूल ही मना लो,
करेंगे नहीं कोई ऐतराज़, हमें तुम मूर्ख ही बना लो।

हाल तो समझ में आये ना आये, क़रार तो मिलेगा,
दिल के एहसासात कुछ रंगीन झूठ से ही सना लो।

रोज़-रोज़ की बात ही नहीं क्योंकि ये बस की नहीं,
तन्हाई के ढेर से कुछ पल ख़ुशियों के ही छना लो।

ना लायें बीच में मजबूरियाँ, कोसे नहीं हालात को,
भुलाकर सारे शिकवे-गिले एक पल ही अपना लो।

कोई रिश्ता नहीं 'धुन' ख़याली ख़याल सी ही सही,
दिखा हक़ीक़त का आइना, ये समझ ही अना लो।  ♥️ Challenge-525 #collabwithकोराकाग़ज़ 

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