Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best दरम्यां Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best दरम्यां Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutदरम्यां का अर्थ,

  • 9 Followers
  • 47 Stories

तुषार"आदित्य"

ये बढ़ता आजकल दरम्यां जो दायरा है वजह नकाब या चश्मा या कोई दूसरा है #दायरा #दरम्यां #चश्मा #नकाब #दूसरा #GenrationGap #newgeneration #digitalgen

read more
ये बढ़ता आजकल दरम्यां जो दायरा है
वजह नकाब या चश्मा या कोई दूसरा है ये बढ़ता आजकल दरम्यां जो दायरा है
वजह नकाब या चश्मा या कोई दूसरा है
#दायरा #दरम्यां #चश्मा #नकाब #दूसरा #genrationgap #newgeneration #digitalgen

Dr Manju Juneja

Dr Manju Juneja

चुप थे सी लिया होठो को, चुप थे ,कोई आह ना निकल जाए..
 वक़्त ठहरा था कुछ पल के लिए दोनो के दरम्यां,
 आरज़ू यही थी ,उनकी बाहों में, हमारी जाँ निकल जाए।

©Dr Manju Juneja #चुपथे #होठोको #दरम्यां #जाँ #उनकी #बाहोंमे #वक़्त #ठहरा #twoliner #

#PoetInYou

Dr Manju Juneja

तुम कह कर तो देखते अपने दिल की बात 
चाहे कैसे भी थे हमारे दरम्यां हालात #तुम #कहकर #देखते #दिल_की_बात #दरम्यां #कैसे #हमारे #हालात #twoliner #nojotoshayri

Sushma Sonu Thakur

एहसास -ए- मुहब्ब्त ही तो है।
हमारे दरमियां
साँसे तुम लेते हो।
धड़कने हमारी चलती है।
चोट तुम्हे लगती है।
महसूस हमे होता है।
खुश तुम होते हो
मुस्कान हमारे चेहरे
 पर आती है #nojotohindi #nojotoquotes #nojotolife #nojotolines
#sushmathakur #ज़िन्दगी #दरम्यां
#खुशी #मुस्कान #दर्द

तेजस

आकर मिली थी दो राहें एक चौराहे पर मैं खोया सा था और तुम थी दोराहे पर थी ज़रूरत शायद एक दूसरे के साथ की थाम कर चल पढ़ें उस हाथ की एक दूजे को बाहों का सहारा दे कर डगमगाती कश्ती को किनारा दे कर बढ़ चले कदमताल में भर के मस्ती अपनी चाल में

read more
आकर मिली थी दो राहें एक चौराहे पर
मैं खोया सा था और तुम थी दोराहे पर
थी ज़रूरत शायद एक दूसरे के साथ की
थाम कर चल पढ़ें उस हाथ की
एक दूजे को बाहों का सहारा दे कर
डगमगाती कश्ती को किनारा दे कर
बढ़ चले कदमताल में
भर के मस्ती अपनी चाल में
कुछ अनसुलझे सवालों का जवाब मिला
उसके आँखों से बावस्ता ख़्वाब मिला

(पूरी कविता पढ़ें कैप्शन में...) आकर मिली थी दो राहें एक चौराहे पर
मैं खोया सा था और तुम थी दोराहे पर
थी ज़रूरत शायद एक दूसरे के साथ की
थाम कर चल पढ़ें उस हाथ की
एक दूजे को बाहों का सहारा दे कर
डगमगाती कश्ती को किनारा दे कर
बढ़ चले कदमताल में
भर के मस्ती अपनी चाल में

Amitesh S. Anand

read more
प्रवास में है सिसकियां  !! 

अतीत के कंपन से.... 
दहल रहा दिल  । 

बवंडर..... 
बाहर-भीतर  । 

विस्मय..... 
इस अंतहीन तलाश की
अद्यतन हो.....
गूंज तुम ही  । 
तुम ही ...
मुस्कान की वजह  । 
पर..... 
हो एक पहेली प्यार की  । 

बयार उस पार से इस पार
संदेश जो लाती
फुसफुसाती..... 
दरम्यां रही वजहों, उम्र, सालों की
सब रेत उड़ा दो, 
अन्यथा .....
एक फूल दिल से
आसमां में देना उछाल  । 
और करना महसूस
उगते सूरज से डूबते सूरज के मध्य
किरणों की बिखरन-सिमटन में
जो रंग आ-जा रहे होंगे
हमारे दरम्यां रही 
वजहों, उम्र, सालों के होंगे  ।।

Peeyush Umarav

रात के हर पहर को कुछ यूं सुलाऊं मैं, तेरे सपनों के दरम्यां आने को, जैसे उस एक रात का हर पहर बीता था कुछ जिंदा ख्वाबों में जागते-जागते, जैसे दौड़ती भागती जिंदगी में कोई पल ठहराव से भी रहा हो, जैसे मैं हूं और नहीं भी यहीं चांद सा रुका कुछ चलता सा,

read more
.................... #NojotoQuote रात के हर पहर को कुछ यूं सुलाऊं मैं,
तेरे सपनों के दरम्यां आने को,
जैसे उस एक रात का हर पहर बीता था 
कुछ जिंदा ख्वाबों में जागते-जागते,
जैसे दौड़ती भागती जिंदगी में 
कोई पल ठहराव से भी रहा हो,
जैसे मैं हूं और नहीं भी 
यहीं चांद सा रुका कुछ चलता सा,

Neha chauhan

read more
एक रिश्ता है तेरे मेरे दरम्यां , जो सिर्फ महसूस होता है
दिखाई नहीं देता , न  लफ्जों में ब्यां किया जा सकता ,
पर हॉं एक रिश्ता है तेरे मेरे दरम्यां ,
दूर होकर भी पास होने का एहसास कराता है ये रिश्ता,
हॉं एक रिश्ता है तेरे मेरे दरम्यां ,
जो हम दोनों को सभी रिश्तों से परे ले जाता है ,
हॉं , ये सच है 
एक रिश्ता है , तेरे मेरे दरम्यॉं ।

Raja Saheb

मालगुड़ी.....

read more
दूर कहीं पहाड़ों के दरम्यां, 
सुबह जागती होगी रेल की सीटी से, 
दोपहर ज़रा अलसाई सी 
सुस्ताती होगी पुराने किले के खंडहर में, 
शाम का धुआँ दूर तक उठता तो होगा, 
रात कहीं दीये की रोशनी से 
रोशन होती तो होगी,
शायद कोई मालगुड़ी
 पहाड़ों के दरम्यां 
आज भी बसा हो.....
 मालगुड़ी.....
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile