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अदनासा-
ख़ोमोशी इस क़दर भी इख़्तियार ना करना "अदनासा" कि सारा कारवाँ लुटेरे लुट ले और तू मुतमइन बना रहे ©अदनासा- शब्दार्थ सौजन्य एवं हार्दिक आभार💐🌹🙏😊🇮🇳🇮🇳 https://play.google.com/store/apps/details?id=com.rekhta.dict इख़्तियार - चुन लेना मुतमइन - संतुष्ट #हिंदी #ख़ामोशी #क़दर #इख़्तियार #मुतमइन #लुटेरे #लुटते #कारवाँ #Instagram #अदनासा शेरो शायरी शायरी हिंदी में शायरी शायरी हिंदी हिंदी शायरी
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read moreAdesh K Arjun
फूलों का कारवाॅ बागों में खडा़ है, तुम आओ तो खुशबुवों को कोई रास्ता मिले !! ©Adesh K Arjun #कारवाँ
Radhe Chandan jha
हम लिखेंगे नया कांरवाँ। जलते रहे चाहे सारा जहाँ।। ©Radhe Chandan jha #boat #कारवाँ #
Krish Vj
कहाँ हूँ ?अकेला में तुझ से बिछड़ कर तेरी यादों का काफ़िला चलता संग मेरे _Word_Collab_Challenge_ Collab करें मेरे साथ 👉 Urdu_Hindi Poetry आज का लफ्ज़ है "क़ाफ़िला" अब पहले की तरह एक विजेता नहीं बल्कि 3 विजेता चुना जाएगा,, जो सबसे पहला विजेता होगा उनको मैं अपने प्रोफाइल से testimonial करूंगा! और दूसरे और तीसरे नंबर वाले विजेता को 'हाइलाइट' किया जाएगा। Example:
_Word_Collab_Challenge_ Collab करें मेरे साथ 👉 Urdu_Hindi Poetry आज का लफ्ज़ है "क़ाफ़िला" अब पहले की तरह एक विजेता नहीं बल्कि 3 विजेता चुना जाएगा,, जो सबसे पहला विजेता होगा उनको मैं अपने प्रोफाइल से testimonial करूंगा! और दूसरे और तीसरे नंबर वाले विजेता को 'हाइलाइट' किया जाएगा। Example:
read morebrijeshrage
अब क्यों सोचते हो जो अब तक नहीं सोचे चले चलो कहा तक जाना है पहुच ही जाओगे वरना जहा हो वहा एक नई जिंदगी बनाओगे इतना तो कारवाँ लेके चलते ही हो सब्र और भरोसा से ही तो चले हो क्यों अब रुकने की सोचते हो पल आखिरी नही था वो भी न आज है फिर क्यों बहलते हो #cinemagraph #सब्र #जिंदगी #कारवाँ
#cinemagraph #सब्र #जिंदगी #कारवाँ
read moreSatish Chandra
#टूटतातारा #YQdidi #हिन्दी #ऊर्दू #धूमिल #कारवाँ #मंज़िल #बहुमूल्य #फ़ना #दुआ #मन्नत़ #सज़दा
Insprational Qoute
निकल पड़ा हैं देखो कारवाँ कुछ नए की तलाश में, कुछ न मिला बस तड़पना पड़ा अपनो की आस में , पग पग पर मिलते जिंदगी के इम्तिहान पर इम्तिहान , कस लो कमर ऐसे कभी न रहना पड़े किसी प्रवास में। 🌝प्रतियोगिता-73 🌝 ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌹"कारवाँ"🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या केवल मर्यादित शब्दों का प्रयोग कर अपनी रचना को उत्कृष्ट बनाएं I
🌝प्रतियोगिता-73 🌝 ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌹"कारवाँ"🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या केवल मर्यादित शब्दों का प्रयोग कर अपनी रचना को उत्कृष्ट बनाएं I
read moreयशवंत कुमार
मेरी नज़रों का घोड़ा जो तेरे पास से गुज़रा। लगा कि जैसे मन मेरा फूलों के बाग़ से गुज़रा।। _Word_Collab_Challenge_ Collab करें मेरे साथ 👉 Urdu_Hindi Poetry आज का लफ्ज़ है "क़ाफ़िला" अब पहले की तरह एक विजेता नहीं बल्कि 3 विजेता चुना जाएगा,, जो सबसे पहला विजेता होगा उनको मैं अपने प्रोफाइल से testimonial करूंगा! और दूसरे और तीसरे नंबर वाले विजेता को 'हाइलाइट' किया जाएगा। Example:
_Word_Collab_Challenge_ Collab करें मेरे साथ 👉 Urdu_Hindi Poetry आज का लफ्ज़ है "क़ाफ़िला" अब पहले की तरह एक विजेता नहीं बल्कि 3 विजेता चुना जाएगा,, जो सबसे पहला विजेता होगा उनको मैं अपने प्रोफाइल से testimonial करूंगा! और दूसरे और तीसरे नंबर वाले विजेता को 'हाइलाइट' किया जाएगा। Example:
read moreJuhi Grover
औरों की तरह ही थे कभी, लक्ष्य नहीं था कोई कभी, जब से खुद को पहचाना, मंज़िल आई नज़र अभी। अब यों चलना सीख लिया, पीछे मुड़ना नहीं हुआ कभी, लक्ष्य समझ कर ही अपना, कारवाँ पर चल पड़े अभी। दूर चाहे है बहुत ही मंज़िल, नभ देख धरा से जुड़े अभी, सीख गये अब आगे बढ़ना, चलने से पहुँचेंगे पास कभी। दिख रहा नहीं कुछ और तुम्हें दिख रही मीन की आँख अभी, पाना है अब सब कुछ सम्भव, परिश्रम से ही बढ़ना है अभी। गणित अध्यापन व्यवसाय हो, और लेखन तो चल रहा अभी, बस यों ही कदम रहें तुम्हारें, जैसे जैसे चलते जा रहे अभी। Dedicating a #testimonial to gordhan _04 Happy birthday gordhan _04 bhai #लक्ष्य #मंज़िल #कारवाँ #गणित #अध्यापन
Juhi Grover
तुम्हारी यादों के डर से अल्फाज़ मटरगश्ती पे हैं, अब हाल हमारा क्या हो, ख्याल मटरगश्ती पे हैं। वो लम्हे,वो पल गुज़र गये,हस्ती बस मिटने को है, अब क्या जाने हम या वो किस किस कश्ती पे हैं। कारवाँ बदल गये,मज़िलें बदल गईं,हम दोनो ही के, अब क्या सोचे अन्जान होकर हम किस हस्ती पे हैं। यादें ही हैं बस तुम्हारी आखिर और क्या ही सोचें, अब तुम खुश अपनी बस्ती में,हम अपनी बस्ती पे हैं। Thanks Raj Soni Ji for remembering me #हस्ती #कश्ती #बस्ती #कारवाँ #मटरगश्ती #yqdidi